छलावा (हिंदी हॉरर स्टोरी)

आशीष 14 साल का था और मनीष 10 का।

शहर से आए उन लड़कों को वो गाँव बड़ा अजीब और आकर्षक लगा। लोग अजीब लगे, और आकर्षक उस गांव की जगहें।

लोग इसलिए अजीब लगे थे क्यूंकी जब देखो, जहां देखो, कोई ना कोई अजीब नियम क़ायदा बता देते थे।


"तालाब के पास मत जाना।"

"जंगलों में दोपहरी के बाद मत जाना।"

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स्वप्निल नरेंद्र

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स्वप्निल नरेंद्र

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